Saturday 12 February 2011




















कुछ तो है अफसाना जो अब अच्छा लगता है...
हर बात में यूँ तुम्हारा आ जाना... अच्छा लगता है,
कल तक खफा था अपनी मैं इन साँसों से...
पर तेरे होने से खुद का अब होना... अच्छा लगता है !!


किसी की तो हँसी में खो गयी थी मेरी मुस्कान...
पर तुम्हारे साथ अब मुस्कुराना... अच्छा लगता है,
आँखों में ख़ामोशी थी जो छाई...
वो तुम्हें सुनाना... अच्छा लगता है !!


तुझसे ख़ुशी का एहसास कर... अच्छा लगता है
अपने परेशानियों से तुझे भी परेशान करना... अच्छा लगता है,
चाहत है कि न रूठे तू कभी मुझसे...
पर तेरे रूठने पर तुम्हें मनाना... अच्छा लगता है !!


अच्छा लगता है तेरा हर एक एहसास...
अच्छा लगता है मेरी इन नजरों में तेरी एक आश,
कल तक जो सपनो में होता था दीदार सिर्फ उनका...
आज अचानक से तुम्हारा आ जाना... अच्छा लगता है !!

..... Dumboo, Stupid, Idiot n' wat not n' wat not
        ;)